Everything about Shiv chaisa
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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष shiv chalisa lyricsl को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
हनुमान चालीसा लिरिक्स
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके shiv chalisa in hindi तन नहीं रहै कलेशा॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
It's thought that standard chanting of Shiva Chalisa with utmost devotion has the facility to eliminate many of the hurdles and problems from one particular’s existence.